देखा जब मैंने जहाँ को करीब से, तो कुछ अलग ही पाया
जिस तरह के लोग थे वैसा नहीं था उनका साया
हैरान था जानकार की बहुत काम है जिन्होंने मोहब्बत निभाया
और जब कुछ गौर से देखा, तो पेहला नाम आपका पाया
जिस तरह के लोग थे वैसा नहीं था उनका साया
हैरान था जानकार की बहुत काम है जिन्होंने मोहब्बत निभाया
और जब कुछ गौर से देखा, तो पेहला नाम आपका पाया
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