उस सवेरा का इंतज़ार है, जो अभी तक आया नहीं
ख्वाब सजा के रखा हूँ, बातें सोच कर बैठा हूँ
पर अभी पता चाला कि वो सवेरा आएगा ही नहीं
इस सोचता हूँ, की चल बसू, पर मौत भी हमें आज़माती नहीं
ख्वाब सजा के रखा हूँ, बातें सोच कर बैठा हूँ
पर अभी पता चाला कि वो सवेरा आएगा ही नहीं
इस सोचता हूँ, की चल बसू, पर मौत भी हमें आज़माती नहीं
No comments:
Post a Comment