ज़िन्दगी भर यही सुनता रहा कि अगले पल में ही सुकून है
जब मौत दरवाज़े पर खड़ी थी, तब जाना कि मय्यत में ही सुकून है
ज़िन्दगी भर यही सुनता रहा कि अगले पल में ही सुकून है
जब मौत दरवाज़े पर खड़ी थी, तब जाना कि मय्यत में ही सुकून है
ज़िन्दगी वक़्त की साज़िश है,
हर खुशी एक कशमकश है,
जो मिला, वो खोने का डर,
जो न मिला, वो पाने की ख्वाहिश है